बोले बिल्हा ब्लॉक का सरवन देवरी – -अधूरी पड़ी जल जीवन मिशन परियोजना, ग्रामीणों की कैसे बुझे प्यास

 

विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से करोड़ो रूपये का यह परियोजना से ग्रामीण शुद्ध पानी के बजाय हवा पिने को विवश ।

रतनपुर —- बिलासपुर शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर बिल्हा ब्लॉक के अंतर्गत-ग्राम सरवन देवरी के तीन हजार लोगों को शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी। जल जीवन मिशन ग्रामीण के तहत पेयजल उपलब्ध कराने की परियोजना हवा में तैर रही है। अभी तक पानी टंकी का निर्माण नहीं हो सका है। पानी टंकी परिसर का निर्माण तो कराया जा रहा है लेकिन इस टँकी को आधे अधूरे निर्माण कर छोड़ देने से कितने जगह से जर्जर हो गई।है आधे गांव में पाइप बिछाकर काम अधूरा छोड़ दिया गया। विभागीय अधिकारी का दावा है कि ठेकेदार पेटी में लेने के बाद नही कर पा रहा है इसलिए मेंन् ठेकेदार को बोला गया है तत्काल निर्माण कार्य शुरू करने के लिये ।बड़ा सवाल यह उठता है कि 4 शाल पहले हुए टेंडर के बावजूद विभाग के अधिकारी अभी तक ग्रामीणों की प्यास नही बुझा पाई है ।

विदित हो कि लगभग 4 वर्ष पूर्व बिलासपुर मुख्यालय से 30 किलोमीटर औऱ जनपद बिल्हा से लगभग 40 किलोमीटर दूर अंतिम छोर पर बसे सरवन देवरी गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाकर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की परियोजना शुरू हुई थी। परियोजना पर लगभग करोड़ रुपए खर्च होने हैं। जुलाई 2024 तक परियोजना पूरी किए जाने का लक्ष्य था। लेकिन ठेकेदार के द्वारा टँकी का निर्माण अब तक नही कराया गया है साथ ही गांव में आधी अधूरी पाइप लाइन का विस्तार भी कर दिया गया है ।
गांव में लगे हैंडपंप गर्मी आते ही सूख जाते हैं। ऐसे में ग्रामीणों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ता है। परियोजना के लागू होने पर ग्रामीण काफी खुश थे। उनका मानना था कि अब उन्हें पीने को शुद्ध पानी मिल सकेगा। ग्रामीणों ने बताया कि छह माह तक रुक-रुक कर काम चलता रहा। अचानक दो माह पहले कर्मियों ने बोरिया बिस्तर समेटा और काम अधूरा छोड़कर चले गए। उस समय तक आधे गांव में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी थी। टंकी निर्माण में आधी टँकी का ही निर्माण हो पाया है लेकिन अचानक काम बंद होने से ग्रामीण निराश हो गए। ग्रामीणों के द्वारा लगातार विभाग के अधिकारियों को मौखिक जानकारी व सूचना दी गयी लेकिन नतीजा सिफर ही रहा साथ ही परियोजना अधूरी होने के कारण लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो सका।

ठेकेदार की मनमानी के चलते अधूरी रह गई परियोजना——–

ग्रामीणों ने बताया कि परियोजना जुलाई 2024 में पूरी हो जानी चाहिए थी लेकिन बीच में ही ठेकेदार के मनमानी रवैये के चलते कार्य अधूरा छोड़ कमीं फरार हो गए। जिसका दुष्परिणाम आज ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। अधिकांश स्थानों पर लगाई पाइपें जमीन के ऊपर आ चुकी हैं। वहीं ग्रामीणों ने शुद्ध पेयजल न मिल पाने के कारण उन्हें साधारण हैंडपंप का दूषित जल पीना पड़ता है। इधर गर्मी ने दस्तक दे दी है। आसमान से आग बरसना शुरू हो चुका है। ऐसे में गांव में लगे अधिकांश हैंडपंप कम पानी देने लगे हैं। मई व जून के महीने में ये हैंडपंप सूखने के कगार पर पहुंच जाएंगे।

क्या कहते है जिम्मेदार —— लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के इंजीनियर औऱ बिल्हा ब्लॉक के जल जीवन के प्रभारी का कहना है कि ठेकेदार के द्वारा कार्य बन्द कर दिया गया है उन्हें बोला गया है जल्द शुरू करने के लिये।

मुकेश बहेकर
पी एच ई इंजीनियर
बिल्हा ब्लॉक

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