भारतीय जनता पार्टी ने 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को काला दिवस के रूप में मनाते हुए एक संगोष्ठी का आयोजन मोहनवाटिका तखतपुर में किया। कार्यक्रम में कृष्ण कुमार साहू, प्रदीप तिवारी,अशोक ठाकुर प्रदीप कौशिक,मुख्यवक्ता रहे
उन्होंने 25 जून 1975 को भारतीय लोकतंत्र का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन करार देते हुए कहा कि इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने के लिए देश पर आपातकाल थोप दिया था। यह संविधान और लोकतंत्र दोनों का घोर अपमान था।
सुरेश भाई पाठक ने कहा कि आपातकाल की घोषणा उस समय की गई जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी का लोकसभा चुनाव रद्द कर दिया था। इसके बाद जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में विपक्ष ने जनांदोलन छेड़ दिया था। उन्होंने बताया कि आपातकाल राष्ट्रपति की मंजूरी से लगाया गया। 21 महीने तक लागू रहा। मौलिक अधिकार निलंबित, प्रेस पर सेंसर, विपक्षी नेताओं को जेल में डाला गया। संघ के हजारों स्वयंसेवकों को भी कैद किया गया।
भाजपा ने जनजागरण अभियान के तहत इस आयोजन को किया ।कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष नैन लाल साहू ,आभार प्रदर्शन प्रमोद सिंह ठाकुर ने किया। इस अवसर पर लव पांडेय, विश्वनाथ यादव, दिलीप सिंह क्षत्रिय, किशन सचदेव, कैलाश देवांगन,श्यामसुंदर कश्यप,अंकित अग्रवाल,सुनील आहूजा, ज्ञान सिंह ठाकुर,तिलक देवांगन, सरजू यादव,अजय यादव,पुष्पराज सिंह ठाकुर, दिलीप तोलानी, निहाल साहू, राजेन्द्र मेरसा, चिंटू ठाकुर