ICAR-NBAIR बैंगलूरू द्वारा Meliponiculture पर आईटीबीपी के दूसरे बैच के लिए शुरू की ट्रेनिंग

कोंडागांव से दीपक ठाकुर की रिपोर्ट
कोंडागांव से दीपक ठाकुर की रिपोर्ट

कोंडागांव:—आईसीएआर (ICAR)-राष्ट्रीय कृषि कीट रिसर्च संसाधन ब्यूरो (NBAIR), बैंगलूरू (कर्नाटक) के निदेशक डॉ. एस.एन. सुशील की अध्‍यक्षता में और कोर्स प्रोजेक्‍ट डायरेक्‍टर डॉ. अमला उदयकुमार, वरिष्‍ठ वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) द्वारा NBAIR बैंगलूरू में क्षेत्रीय मुख्‍यालय (भुवनेश्‍वर) आईटीबीपी, कोंडागांव और इसके अधीन आने वाली वाहिनियों के 26 आईटीबीपी कार्मिकों के लिए दूसरे ‘पांच दिवसीय मेलीपोनीकल्‍चर बी कीपिंग कोर्स’ का शुभांरभ किया गया। गौरतलब है कि डॉ. यू. अमला और उनकी टीम द्वारा इस कोर्स का पूरा संचालन किया जाएगा

तथा कोर्स में Stingless Bees (डंक रहित मधुमक्‍खी) पालन के बारे में विस्‍तारपूर्वक जानकारी प्रदान की जाएगी। NBAIR भारत का एक प्रमुख कृषि कीट रिसर्च संस्‍थान है। इस संस्‍थान को पहले राष्ट्रीय कृषि महत्वपूर्ण कीट ब्यूरो (NBAII) के नाम से जाना जाता था। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में ब्यूरो का नाम बदल कर राष्ट्रीय कृषि कीट रिसर्च संसाधन ब्यूरो (NBAIR) किया गया। इस उद्घाटन समारोह में डॉ. टी.एम. शिवार्लिंगास्वामी सेवानिवृत्त, प्रिंसिपल वैज्ञानिक ने विस्तार में इस प्रशिक्षण के बारे में बताया l इस मौके पर डॉ. के. सुबाहरन, प्रिंसिपल वैज्ञानिक व डॉ. टी. प्रभुलिंगा, वैज्ञानिक (Entomology) भी उपस्थित रहे।

कृषि एंव गृह मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा मधुमक्‍खी पालन व्‍यवसाय को बढ़ावा देने के लिए राष्‍ट्रीय स्‍तर पर हनी बी कीपिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है, ताकि आम जनता इस प्रकार के लघु उद्योग से जुड सके। इसी के मद्देनजर अशोक कुमार नेगी, आई.जी., सेंट्रल फ्रंटियर मुख्‍यालय, आईटीबीपी और राणा युद्धवीर सिंह, उप महानिरीक्षक की पहल पर क्षेत्रीय मुख्‍यालय (भुवनेश्‍वर) और उसकी अधीनस्‍थ वाहिनियों के कार्मिकों के लिए यह कोर्स चलाया जा रहा है। भविष्‍य में भी इस प्रकार के कोर्स का आयोजन बल कार्मिकों के लिए किया जाता रहेगा।

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