प्रशिक्षार्थी मशरूम उत्पादन कर आर्थिक स्थिति कर सकेंगे मजबूत , बनेंगे स्वावलंबी : द्वारिकेश

बिलासपुर से अमित पाटले की रिपोर्ट
बिलासपुर से अमित पाटले की रिपोर्ट

सीपत :— ग्रामीण क्षेत्रो में युवावों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केंद्र बिलासपुर व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद , राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में खोंधरा के सार्थक स्टे होम में 16 से 20 दिसंबर तक पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। जिसमे वैदिक महाविद्यालय सीपत के एससी एसटी वर्ग के 60 बच्चों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण का उदघाट्न सोमवार को दीप प्रज्ववलन करके किया गया। कृषि विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अरुण त्रिपाठी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए मशरूम उत्पादन की गुणवत्ता के बारे में बताया और कहा कि यह प्रशिक्षण करके सीखो पद्धति पर संपन्न होगा। डॉ जेसी धर ने सुरक्षित अनाज भंडारण के भंडारण व डॉ ममता चौधरी ने कुकुट पालन द्वारा आय अर्जन व महिला सशक्तिकरण के बारे में जानकारी दी।

इसके बाद प्रशिक्षण से संबंधित तकनीकी बुलेटिन बुक का विमोचन किया गया। डॉ विनोद चौधरी ने मछली पालन के द्वारा आय अर्जन व समन्वित कृषि प्रणाली पर संक्षिप्त जानकारी दी। मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विवि के पूर्व प्रबंध मंडल सदस्य व भाजपा नेता द्वारिकेश पांडेय ने कहा कि यह केवल मशरूम प्रशिक्षण नही बल्कि तमाम खेती किसानों के तरीके के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी व समाज आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। गांव की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है। ग्रामीण युवावों को प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें स्वरोजगार उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है ताकि वे इसका सदुपयोग कर ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त कर सके व स्वावलंबी बनकर अपने परिवार का भरणपोषण कर सके।

उन्होंने आगे कहा कि गरीबी हमारे अपने कारण से है। यदि हम समय का सदुपयोग करते हुए सुनियोजित तरीके से धन का ख़र्च करे। जो अपने जीवन को उज्ववल बनाया जा सकता है। समय ही जीवन का सर्वश्रेष्ठ धन है। सभी स्वावलंबी बने। ऊर्जावान युवा ही देश की दशा व दिशा को बदल सकता है। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ अमित शुक्ला, डॉ एकता ताम्रकर , कृष्ण प्रतिनिधि संतोष राज , इंजीनियर पंकज मिज , जयंत साहू , डॉ निवेदिता भी उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वाति ने की। अंत मे डॉ निवेदिता ने आभार प्रदर्शन करते हुए प्रशिक्षार्थियों को ध्यान, लगन व समर्पण से प्रशिक्षण को सफल बनाने आह्रान किया। इस दौरान सहायक प्रधायपक रामेश्वर साहू , आकांक्षा भारती , प्रदीप बैगा का विशेष योगदान रहा।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129