महंत बिसाहू दास उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र का संभागायुक्त ने किया अवलिकन

जीपीएम जिला ब्यूरो अंशु सोनी की रिपोर्ट
जीपीएम जिला ब्यूरो अंशु सोनी की रिपोर्ट

छात्रों ने प्रदर्शित की आधुनिक तकनीकें

 

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, :— महंत बिसाहू दास उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र में आज रायपुर और बिलासपुर संभाग के आयुक्त एवं महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय दुर्ग के कुलपति महादेव कावरे ने अवलेकन किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मांडवी, एसडीएम पेंड्रा अमित बेक, एसडीएम मरवाही दिलेराम डाहिरे, परियोजना निदेशक डीआरडीए के कौशल प्रसाद तेंडुलकर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।

तकनीकी प्रदर्शनी का आयोजन

 

दौरे के दौरान महाविद्यालय के छात्रों द्वारा एक अत्याधुनिक तकनीकी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें आधुनिक उद्यानिकी यंत्रों का प्रदर्शन किया गया। छात्रों ने यंत्रों के उपयोग और उनकी कार्यक्षमता के बारे में गहन जानकारी दी। प्रदर्शनी में मृदा परीक्षण किट और जल-संवर्धन (वॉटर हार्वेस्टिंग) तकनीक का लाइव प्रदर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।

इसके अतिरिक्त, छात्रों ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तैयार विभिन्न मॉडलों के माध्यम से महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियां साझा कीं, जिसे कुलपति महोदय ने सराहा और उनकी प्रशंसा की।

 

छात्रों से संवाद

 

कुलपति ने महाविद्यालय भ्रमण के दौरान प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने छात्रों के शैक्षणिक अनुभव, अध्ययन में उनकी रुचि, और विशेष रूप से गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में उद्यानिकी की संभावनाओं पर चर्चा की। कुलपति महोदय ने छात्रों से आधुनिक उद्यानिकी तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त की और यह जाना कि किस प्रकार ये तकनीकें स्थानीय परिस्थितियों में प्रभावी हो सकती हैं।

उन्होंने तकनीकी शिक्षा के व्यावहारिक महत्व को रेखांकित करते हुए छात्रों को नवीनतम तकनीकों को सीखने और उद्यानिकी क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रेरित किया, ताकि वे भविष्य में क्षेत्रीय उद्यानिकी के विकास में योगदान दे सकें।

 

प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण

 

कुलपति ने महाविद्यालय के विस्तार और अनुसंधान केंद्र के विकास हेतु मलाडांड, मरवाही में प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण किया। उन्होंने इस भूमि की भौगोलिक स्थिति का बारीकी से अध्ययन किया और इसके विकास की संभावनाओं पर गहन विचार-विमर्श किया। यह भूमि भविष्य में महाविद्यालय की अधोसंरचना और अनुसंधान गतिविधियों को सशक्त बनाने में एक अहम भूमिका निभा सकती है। कुलपति के आगमन को ध्यान में रखते हुए, महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नारायण साहू के मार्गदर्शन में प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा विशेष तैयारियाँ की गईं, जिसमें उद्यानिकी से संबंधित प्रादर्शों को प्रदर्शित किया गया। इस आयोजन में सभी प्राध्यापकों, जैसे डॉ. नवीन कुमार, डॉ. सोनल तिवारी, डॉ. रितु रानी मिंज, डॉ. भावना पंडा, डॉ. मंजू ध्रुव, डॉ. शुभम कुमार ठाकुर, डॉ. चेतना जांगड़े, डॉ. मुकेश कुमार पटेल एवं डॉ. शशि किरण मिंज का विशेष योगदान रहा। उन्होंने छात्रों को प्रदर्शनी के लिए मार्गदर्शन दिया और महाविद्यालय की विभिन्न विकास योजनाओं को समर्पित भाव से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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