सीपत क्षेत्र के कारिछापर में जिन्दल कंपनी की मशीन बिना किसी अनुमति के सर्वे करने पहुंची

सीपत क्षेत्र में पन बिजली परियोजना का है क्षेत्र में प्लान

 

अधिकरियों को खबर लगते ही बैरंग लौटी टीम

सीपत,, , जिन्दल कंपनी द्वारा सीपत के जंगलों के बीच स्थित पहाड़ों पर पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट के तहत पन बिजली उत्पादन की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए जिंदल रिन्यूएबल पावर प्राइवेट
होगा वाइड लाइफ, टोपोलॉजी और बोर खनन का सर्वे लिमिटेड द्वारा सर्वे का काम शुरू किया गया जाना है l जिसके लिए कंपनी की मशीन सीपत क्षेत्र के कारीछापर में सर्वे के लिए बिना अनुमति लाव लश्कर के साथ पहुंची थीं लेकिन बिना किसी विभागों की अनुमति न प्रशासन को जानकारी दिए बिना मशीन जंगल में पहुंच गई lकंपनी ने वन विभाग, जल संसाधन विभाग और राजस्व विभाग से सर्वे की अनुमति मांगी है।
इस प्रोजेक्ट के तहत बिजली उत्पादन कर उसे बेचा जाएगा। इसके लिए पानी की आपूर्ति खूंटाघाट जलाशय से की जाएगी। हालांकि,यह प्रोजेक्ट अभी सर्वे स्टेज में है, लेकिन कंपनी अन्य संबंधित विभागों से अनुमति लेने के लिए प्रयास कर रही है।
जिंदल रिन्यूएबल पावर प्राइवेट लिमिटेड ने रायगढ़ और बिलासपुर जिलों में लगभग 12हजार करोड़ रुपए के निवेश के साथ पंप स्टोरेज परियोजना लगाने के लिए राज्य सरकार के साथ एमओयू किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 2160 मेगावाट बिजली उत्पादन की योजना है। इसके लिए बिलासपुर जिले में 165 हेक्टेयर वन भूमि और 111 हेक्टेयर राजस्व भूमि की आवश्यकता होगी, जिसकी अधिग्रहण प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। हालांकि, इस बारे में कंपनी के ज़िम्मेदार अधिकारी फिलहाल पर्दे के पीछे नजर आ रही हैं।

पहाड़ों तक पानी चढ़ाने की योजना
जानकारी के अनुसार, खूंटाघाट जलाशय से लगभग 20 किलोमीटर दूर सीपत तक पानी लाया जाएगा, और फिर इसे जंगलों के रास्ते पहाड़ों तक भेजा जाएगा। पानी के प्रवाह को नियंत्रित कर पन बिजली तैयार करने की योजना बनाई गई है। वर्तमान में यह प्रोजेक्ट शुरुआत के चरण में है, और कंपनी ने टोपोलॉजी सर्वे, वाइल्डलाइफ सर्वे और बोर खनन सर्वे करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए संबंधित विभागों से अनुमति ली जा रही है। अचानक मशीनों को देख क्षेत्र के ग्रामीण जन सकते में आ गई जिसकी सूचना प्रशासन और वन विभाग को दी गई है l

*मुझे इसकी जानकारी न प्रशासन और न ही कंपनी ने दी है मुझे जंगल में गए ग्रामावासियो से पता चला l पंचायत से कोई भी प्रकार से प्रस्ताव या अनुमति प्रदान नही दी गई है,*

त्रिभुवन सिंह पोर्ते
सरपंच जुहली (कारिछापर)

विभागों से अनुमति का इंतजार

*जिन्दल कंपनी द्वारा रायपुर में इसके लिए आवदेन दिया गया है पर अभी तक किसी भी प्रकार की आदेश नही मिला है l मशीन की जानकारी नही दी गई थी अभी सर्वे का काम बिना अनुमति संभव नही है l*
*सत्यदेव शर्मा, डीएफओ*
*वन विभाग*
*सर्वे रिपोर्ट देने के निर्देश*
*कंपनी की मशीन की आने की जानकारी नही है,जिंदल कंपनी ने जमीन अधिग्रहण के लिए कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किए है विस्तृत जानकारी ली जा रही है। नायब तहसीलदार को जांच के लिए बोला हू*
सोनू अग्रवाल*
*तहसीलदार, सीपत

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