
दर्जनों एकड़ जमीन को कब्ज़ा कर फेसिंग तार से घेरकर खरीदी बिक्री का मामला सामने आने के बाद अब तक किसी भी विभाग को पता नही आखिर यह किसके परिक्षेत्र में है।
रतनपुर—- धार्मिक व पौराणिक नगरी रतनपुर में तालाब व वन भूमि सुरक्षित नही है इन्हें लोग अब फेसिंग तार से घेरकर कब्जा कर रहे है रतनपुर के मुरलीबन तालाब व तालाब से लगे हुए वन भूमि का मामला है जहां कुछ लोग खाली जमीन को फेसिंग तार से घेरकर कब्जा कर रखें हैवही इन जमीनों का खरीदी बिक्री भी कर रहे है।प्रसासन को जानकारी के बाद अब तक कोई भी विभाग ये नही बता पा रही कि यह क्षेत्र किसके अधीन हैतो आखिर कार्रवाई कौन करेगा।
आपको बता दे कि रतनपुर को तालाबो की नगरी के नाम से जाना जाता है लेकिन अब ओ दिन दूर नही की इस नगरी को लोग कब्जा नगरी के नाम से जाना जाएगा क्योंकि यहाँ के सभी तालाब पर कब्जा होते जा रहा है लोग कब्जा कर निर्माण भी कर रहे है ।लेकिन अब नया नया मामला सामने आने लगा है लोग अब तालाबो को कब्जा कर खरीदी बिक्री भी कर रहे है ।
और यह मामला कही और नही रतनपुर के मुरलीबन तालाब के एक हिस्सा ओर उसी से लगे वन जमीन को फेसिंग तार से घेरकर कब्जा किया गया है पर अब तो कब्जा कर खरीदी बिक्री भी किया जा रहा है ।जिसकी जानकारी सभी जिम्मेदार लोगों को है लेकिन अब तक इस अवैध कब्जा कर खरीदी बिक्री पर कोई सुध नही ले रहा है ना ही कोई विभाग बता पा रहा है की यह क्षेत्र किसके अधीन हैजबकि नगरवासियों को इंतजार है आखिर कौन करेगा कार्रवाई।
पल्ला झाड़ रहे सभी विभाग
मुरलीबन तालाब कब्जा मामले में कोई भी विभाग ये नही बता पा रहा है कि यह क्षेत्र किसके परिक्षेत्र में है सभी विभाग इस मामले पर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे है ।
क्या कहते है जिम्मेदार-
– हमारे परिक्षेत्र में नही आता है जहाँ पर फेसिंग तार से घेरकर कब्जा किया गया है।
पियुष बजाज
रेंजर
वन विकास निगम
——– वन विभाग का परिक्षेत्र नही है जिस क्षेत्र में फेसिंग तार से कब्जा किया गया है
देव सिंह राजपूत
रेंजर
वन विभाग रतनपुर
———– राजस्व विभाग में नही है जहां पर फेसिंग तार से घेरकर कब्जा किया गया है।
दिलीप परस्ते
पटवारी
रतनपुर