
खैरखुँडी पटवारी के दर्जनों मामले सामने आ रहे है जिसमे ग्रामीणों से 10 हजार से 50 हजार तक वसूली कर कार्य किया जा रहा या लेकर अब तक घुमा रहा
रतनपुर—- . रतनपुर शहर से लगे ग्राम पंचायत खैरखुँडी के पटवारी पर ग्रामीणों ने रिश्वत (Bribe) लेकर काम करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पटवारी (Patwari) को जब सरकार (Government) वेतन देती है तो उसे ग्रामीणों का काम करना चाहिए। लेकिन इसके विपरीत पटवारी ग्रामीणों का खून चूस रहा है काम के बदले रुपये मांग रहा है ग्रामीण विवश होकर पटवारी को पैसे दे रहे है ग्रामीण कमलाबाई ने सुनाई 10 हजार की कहानी।
आपको बता दे कि बेलतरा तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरखुँडी व सरवन देवरी के ग्रामीणों ने बताया कि रामफल वस्त्रकार पटवारी के पद पर पदस्थ हैं। जब से उसने कार्यभार को संभाला है तब सेदोनो गांव के ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी बिना रिश्वत लिए जमीन (Land) की नाप तो क्या एक कागज पर कलम भी नहीं चलाता है।पटवारी ने हर कार्य के लिए एक निश्चित रकम तय की है। ग्रामीणों आरोप लगा रहे है कि पटवारी जमीन के सीमांकन (Ground demarcation) व बटवारे के नाम पर 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग करता है।
कई ग्रामीणों ने अपना काम करवाने के लिए पटवारी को रिश्वत भी दी लेकिन अधिक पैसे की लालच में पटवारी ने ग्रामीणों का काम भी नहीं किया।यही नहीं पटवारी रामफल वस्त्रकार खुद को नेताओं (Leaders) का करीबी बताकर ग्रामीणों पर रौब भी झाड़ता है। अभी अभी हाल मे ओछीनापारा निवासी ने अपनी दर्द बयां की जिसमे उसका बहन बटवारा का जमीन सरवन देवरी में आया जहाँ पर पर्ची बनवाने को पटवारी को आवेदन किया ।पटवारी के द्वारा पर्ची बनाने को लेकर 20 हजार मांग की जाने लगी लेकिन कमला बाई ने असमर्थ जताते हुए नही दे पाने की बात बोली ।
जिसपे पटवारी 24 जून को प्रार्थी कमलाबाई का घर आया और 10 हजार में पर्ची देने की बात कहने लगा लेकिन फिर भी उतना रकम नही देने पर वापस चला गया पर्ची नही दिया और दूसरे दिन ब्यवस्था कर रखने की बात बोल गया फिर 25 जून को पटवारी पर्ची लेकर कमलाबाई के घर आया और 10 हजार लेकर पर्ची को दिया ।इससे साफ झलक रहा है कि पटवारी गरीबो का खून चूस रहा है वही जिम्मेदार आँख बंद कर रखे है।
50 हजार की मांग फावती उठाने के लिये 9 हजार वापस किया
सूत्रों की माने तो अभी हाल में एक शिक्षक से फावती उठाने को लेकर 50 हजार की मांग की गई जिसमें 10 हजार एडवांस भी लिया गया था बाकी रकम कार्य के बाद देने की बात सामने आई है लेकिन पटवारी एडवांस ले लिया था और कार्य नही कर रहा था जिसपर शिकायत की बात आई तो 9 हजार ऑनलाइन हितग्राही के खाते में वापस डाल दिया और ब्यक्तिगत लेनदेन बताने लगा ।
घर जाकर वसूली करता है पटवारी
सूत्रों की माने तो पटवारी काम के बदले रुपये की वसूली घर जाकर करता है नही देने पर काम नही करता है घुमाते रहता है ।
घर आकर पैसा लिया तब दिया पर्ची
कमलाबाई का आरोप है कि पटवारी 24 जून को घर आया पैसा नही देने पर पर्ची नही दिया फिर 25 जून को दोबारा आया और 10 हजार देने पर पर ही पर्ची दिया ।