
रतनपुर, सिलदहा (विकासखण्ड-कोटा):–
शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिलदहा, संकुल-कलमीटार में शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विकासखण्ड कोटा के शिक्षा अधिकारी नरेंद्र मिश्रा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम पंचायत सिलदहा की सरपंच श्रीमती उमा पुरूषोत्तम बिरको ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि संकुल प्राचार्य विभा श्रीवास्तव व समन्वयक प्रमोद शुक्ला रहे।
कार्यक्रम में नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। अतिथियों द्वारा बच्चों को टीका लगाकर, माला पहनाकर एवं मिठाई खिलाकर विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया। साथ ही उन्हें पुस्तकें और प्रधान पाठक श्री शिव कुमार छत्रवांणी द्वारा टाई-बेल्ट भी प्रदान किए गए।
शाला प्रबंधन समिति द्वारा ग्राम पंचायत के सभी पंचों और सरपंच का सम्मान टीका, माला, श्रीफल और अंगवस्त्र भेंट कर किया गया। इस अवसर को और भी खास बनाते हुए स्वयंसेवी शिक्षिका कु. नीतू श्यामले ने अपनी बहन कु. नीलू स्यामले (कक्षा 6वीं) के जन्मदिन पर सभी विद्यार्थियों को भोज करवाया।
मुख्य अतिथि नरेंद्र मिश्रा ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा, “शिक्षा ही जीवन का अर्थ है।” वहीं समन्वयक प्रमोद शुक्ला ने कहा, “आप एक रोटी कम खाइए लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाइए।” सरपंच श्रीमती बिरको ने शिक्षा को “शेरनी का दूध” बताया और उसके महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का संचालन छत्रवांणी और राजेन्द्र गंधर्व ने किया तथा आभार प्रदर्शन राजेश्वर गहवई ने किया। इस अवसर पर सभी अतिथियों द्वारा “माँ के नाम” वृक्षारोपण भी किया गया।
इस आयोजन में प्रमुख रूप से प्रधान पाठक शिव कुमार छत्रवांणी, शैक्षिक समन्वयक विजय सोनी, राजेन्द्र गंधर्व, राजेश्वर गहवई, नीतू श्यामले, चंद्रकांत माण्डवी, करूणा श्यामले, मध्याह्न भोजन स्व-सहायता समूह की सदस्याएं, प्रबंधन समिति के सदस्य एवं ग्राम पंचायत सिलदहा के पंचगण तथा अभिभावकगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने शाला प्रवेश को एक उत्सव का रूप देकर शिक्षा के प्रति जागरूकता और उत्साह का संदेश दिया।