
“रतनपुर की आस्था सड़क पर खड़ी है – हाईटेक बस स्टैंड अब सपना क्यो “
रतनपुर, बिलासपुर:–
छत्तीसगढ़ की पवित्र और ऐतिहासिक नगरी रतनपुर, जहां माँ महामाया के दर्शन को रोजाना हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं, आज भी एक आधुनिक बस स्टैंड से वंचित है। चारों दिशाओं – अम्बिकापुर, कोरबा, पेंड्रा, मरवाही, कोटा, कवर्धा, रायपुर, बिलासपुर और अन्य राज्यों की ओर जाने वाली बसें यहीं से संचालित होती हैं,
लेकिन इसके बावजूद यहां आज तक एक हाईटेक और सुव्यवस्थित बस स्टैंड की व्यवस्था नहीं हो पाई यात्रियों को सुविधाओं के नाम पर केवल धूप, धूल और असुविधा मिलती है।लेकिन इसके बावजूद यहां आज तक एक हाईटेक और सुव्यवस्थित बस स्टैंड की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
रतनपुर सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि आसपास के सैकड़ों गांवों का आधार है। यहां के ग्रामीण, व्यापारी, छात्र और श्रद्धालु बस सेवा पर निर्भर हैं। लेकिन आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि या प्रशासन ने रतनपुर को उसकी जरूरत के अनुसार एक हाईटेक बस स्टैंड देने की पहल नहीं की।
न छाया है, न बैठने की व्यवस्था। ना ही डिजिटल सूचना बोर्ड, न ही साफ-सफाई या सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम। यात्रियों को खुले आसमान के नीचे घंटों इंतजार करना पड़ता है, जिससे आस्था के साथ उनकी असुविधा और नाराज़गी भी बढ़ती जा रही है।
रतनपुर की आवाज अब बुलंद है
“जब यात्रियों की भीड़ है, तो क्यों नहीं एक आधुनिक बस स्टैंड?”
जनता सवाल कर रही है:-
क्या रतनपुर को उसकी धार्मिक गरिमा और परिवहन की ज़रूरतों के मुताबिक सुविधा नहीं मिलनी चाहिए?
अब समय है कि विकास सिर्फ भाषणों तक न रहे
रतनपुर को चाहिए एक पूर्ण सुविधायुक्त हाईटेक बस स्टैंड, ताकि आस्था के साथ-साथ सुविधा भी खड़ी हो सके।
हाईटेक बस स्टैंड की सख्त जरूरत
शिव मोहन बघेल पूर्व भाजपा जिला मंत्री का कहना है कि करोड़ों लोगो की आस्था वाले इस नगर में अब एक आधुनिक, छायादार, डिजिटल सूचना प्रणाली और बेसिक सुविधाओं से युक्त हाईटेक बस स्टैंड की सख्त जरूरत है। लेकिन दुर्भाग्यवश, आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया। रतनपुर को मिले उसकी गरिमा के अनुसार एक हाईटेक बस स्टैंड, ताकि आस्था, सुविधा और विकास साथ-साथ चलें।