Responsive Menu

Download App from

Download App

Follow us on

Donate Us

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति ने किया स्वीकार

धनखड़ के इस्तीफे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है, और सभी की नजर अब इस बात पर टिकी है कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा और यह चुनाव कब तक पूरा होगा। जानिए अब तक का पूरा मामला।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। धनखड़ ने एक दिन पहले स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सौंपा था, जिसे राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के तहत तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। इस इस्तीफे के बाद अब नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी हो रही है। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और उसके बाद चुनाव आयोग की ओर से इलेक्शन का शेड्यूल जारी होगा।

Advertisement Box

जगदीप धनखड़ ने अपने इस्तीफे में लिखा था, “स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।” उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्रिपरिषद और सांसदों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। 74 वर्षीय धनखड़ ने अगस्त 2022 में 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और उनका कार्यकाल 2027 तक था।

राजनीतिक गलियारों में हलचल

धनखड़ के इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन उनके इस अचानक फैसले ने कई सवाल खड़े किए हैं। खासतौर पर, विपक्ष ने उनके इस्तीफे के समय पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “यह इस्तीफा जितना चौंकाने वाला है, उतना ही समझ से परे भी। मैं आज शाम तक उनके साथ था और सब कुछ सामान्य लग रहा था।” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से धनखड़ को मनाने की अपील की।

संविधान के अनुच्छेद 68 के अनुसार, उपराष्ट्रपति के पद पर रिक्ति होने पर जल्द से जल्द चुनाव कराया जाना आवश्यक है। उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सदस्यों से मिलकर बने निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है, जिसमें अनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर गुप्त मतदान होता है।

जब तक नया उपराष्ट्रपति चुना नहीं जाता, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह कार्यवाहक सभापति के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगे। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), जिसके पास दोनों सदनों में बहुमत है, जल्द ही नए उम्मीदवार के नाम पर विचार-विमर्श शुरू कर सकता है।

गौरेला पेंड्रा मरवाही : टीएल बैठक में सभी कार्यालयों को ई-फाइलिंग प्रणाली प्रारंभ करने कलेक्टर ने दिए निर्देश
आज फोकस में

गौरेला पेंड्रा मरवाही : टीएल बैठक में सभी कार्यालयों को ई-फाइलिंग प्रणाली प्रारंभ करने कलेक्टर ने दिए निर्देश

खरीफ सीजन 2025 : प्रदेश के किसानों को 5560 करोड़ रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण वितरित
आज फोकस में

खरीफ सीजन 2025 : प्रदेश के किसानों को 5560 करोड़ रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण वितरित

प्रदेश में खेती-किसानी का कार्य तेजी के साथ जारी,, राज्य में अब तक 36.42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी लक्ष्य का 75 प्रतिशत हुई बोनी
आज फोकस में

प्रदेश में खेती-किसानी का कार्य तेजी के साथ जारी,, राज्य में अब तक 36.42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी लक्ष्य का 75 प्रतिशत हुई बोनी

रायपुर : महतारी वंदन योजना बनी आत्मनिर्भरता की मिसाल
आज फोकस में

रायपुर : महतारी वंदन योजना बनी आत्मनिर्भरता की मिसाल

महासमुंद की नवलीन कौर ने तीरंदाजी में नेशनल गेम्स में बनाया स्थान, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जीती थी गोल्ड मेडल
आज फोकस में

महासमुंद की नवलीन कौर ने तीरंदाजी में नेशनल गेम्स में बनाया स्थान, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जीती थी गोल्ड मेडल

ब्रेकिंग न्यूज: शराब घोटाला केस में गिरफ्तार चैतन्य बघेल को 14 दिन की जेल
आज फोकस में

ब्रेकिंग न्यूज: शराब घोटाला केस में गिरफ्तार चैतन्य बघेल को 14 दिन की जेल

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद दुनिया के सामने रोज बेनकाब हो रहे पाकिस्तान को दी गई एक अरब डॉलर की मदद पर क्या अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को फिर से विचार करना चाहिए?

Advertisement Box
Advertisement Box

और भी पढ़ें

📝 संपादक की जानकारी

संपादक: फिरोज खान

पता: बिलासपुर, छत्तीसगढ़ - 495001

संपर्क नंबर: 📞 98271 37773 📞 97131 37773 📞 98279 60889

ईमेल: firojrn591@gmail.com


वेबसाइट में प्रकाशित खबरों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है समाचार की विषयवस्तु संवाददाता के विवेक पर निर्भर यह एक हिंदी न्यूज़ वेबसाइट है, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित देश और दुनिया की खबरें प्रकाशित की जाती हैं। वेबसाइट पर प्रकाशित किसी भी समाचार से संबंधित कानूनी विवाद की स्थिति में केवल बिलासपुर न्यायालय की ही मान्यता होगी।

WhatsApp