Responsive Menu

Download App from

Download App

Follow us on

Donate Us

अंग्रेजी शराब भट्टी बनी जनता की मुसीबत,

नारायणपुर से संतोष नाग की रिपोर्ट
नारायणपुर से संतोष नाग की रिपोर्ट

नशे का अड्डा बनता जा रहा मुख्य बाज़ार इलाका

नारायणपुर :—- शहर के मुख्य क्षेत्र में स्थित अंग्रेजी शराब दुकान अब केवल शराब बिक्री का केंद्र नहीं रही, बल्कि यह स्थान अराजकता, नशेड़ी तत्वों और सामाजिक असुरक्षा का गढ़ बनता जा रहा है। प्रशासन की लापरवाही और शराब माफिया की बेलगाम गतिविधियों ने इस इलाके को आम जनता के लिए नारकीय बना दिया है।

शराब लेने वालों की भीड़ से रास्ता बंद, महिलाएं असहज
हर दिन सैकड़ों शराब प्रेमी इस दुकान पर जुटते हैं। सड़क किनारे गाड़ियाँ बेतरतीब तरीके से खड़ी की जाती हैं, जिससे ट्रैफिक जाम आम बात हो गई है। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि महिलाएं और छात्राएं इस रास्ते से गुजरने से कतराने लगी हैं। नशे में धुत लोग ना सिर्फ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, बल्कि राहगीरों को भी अपमानित करने से नहीं चूकते।

Advertisement Box

शराब पीकर सड़क पर ही महफिल, गंदगी और डर का माहौल

भट्टी से शराब लेकर निकलने के बाद लोग वहीं सड़क किनारे बैठकर खुलेआम सेवन करते हैं। 3 से 5 लोगों के समूह फुटपाथ पर बैठकर शराब की बोतलें खोलते हैं, जिससे पूरा इलाका नशे का अड्डा बन चुका है। चारों ओर गंदगी, प्लास्टिक ग्लास, बोतलें और उल्टी की बदबू फैली रहती है। यह क्षेत्र अब परिवार और बच्चों के लिए असुरक्षित हो गया है।

मासूमों की आंखों के सामने नशे की सीख

शराब दुकान के ठीक पीछे स्थित चिकन और मछली बाज़ार में रोज़ाना परिवार सहित लोग खरीदारी के लिए आते हैं। लेकिन भट्टी के सामने का दृश्य इतना अशोभनीय और शर्मनाक होता है कि बच्चों के मन पर गलत प्रभाव पड़ता है। क्या प्रशासन यह सब नहीं देख पा रहा, या देखकर भी आंखें मूंदे हुए है?
घटनाएं प्रशासन की नींद नहीं तोड़ पा रही हैं
हाल ही में भट्टी के सामने ट्रैफिक जाम के कारण एक महिला गिरकर घायल हो गई थी। स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई, महिला को अस्पताल ले जाना पड़ा। फिर भी प्रशासन ने कोई स्थायी समाधान नहीं किया। लगता है किसी बड़ी अनहोनी का इंतज़ार किया जा रहा है।

सवाल उठता है– क्या शराब माफिया और सरकार की राजस्व लालसा के आगे आम जनता की सुरक्षा और गरिमा कोई मायने नहीं रखती?

 

क्या अंग्रेजी शराब दुकानें आम जनता के लिए विकास का प्रतीक हैं, या विनाश का कारण?

*यह खबर शराब दुकान की सच्चाई को सामने लाने के लिए है। प्रशासन यदि अब भी मौन रहा, तो यह मौन एक दिन आम जनविरोध का रूप ले सकता है।

रतनपुर में सियान चेतना कार्यक्रम: बुजुर्गों को मिला सम्मान, अनुभवों ने छुआ दिल — संवेदनशील समाज की दिशा में एक भावुक पहल
आज फोकस में

रतनपुर में सियान चेतना कार्यक्रम: बुजुर्गों को मिला सम्मान, अनुभवों ने छुआ दिल — संवेदनशील समाज की दिशा में एक भावुक पहल

रतनपुर में “शिक्षा के नाम पर छल? — एक ही छत के नीचे दो स्कूल, RTE के बहाने बच्चों के भविष्य से खिलवाड़!”
आज फोकस में

रतनपुर में “शिक्षा के नाम पर छल? — एक ही छत के नीचे दो स्कूल, RTE के बहाने बच्चों के भविष्य से खिलवाड़!”

आज बिलासपुर के राघवेंद्र हाल में रफी की यादें कार्यक्रम में  सुमधुर गीतों की सजेगी महफ़िल
आज फोकस में

आज बिलासपुर के राघवेंद्र हाल में रफी की यादें कार्यक्रम में सुमधुर गीतों की सजेगी महफ़िल

नशा छोड़ो, गांव जोड़ो — खैरखुंडी में उम्मीदों की रैली, नशे के खिलाफ एकजुट हुआ पूरा गांव
आज फोकस में

नशा छोड़ो, गांव जोड़ो — खैरखुंडी में उम्मीदों की रैली, नशे के खिलाफ एकजुट हुआ पूरा गांव

छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ द्वारा 17 सूत्रीय मांगों को लेकर 31 जुलाई अनिश्चितकालीन हड़ताल
आज फोकस में

छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ द्वारा 17 सूत्रीय मांगों को लेकर 31 जुलाई अनिश्चितकालीन हड़ताल

तीसरे दिन भी जारी रहा रसोइयों का आंदोलन, तेज बारिश में भी डटे रहे प्रदर्शनकारी, सौंपा ज्ञापन
आज फोकस में

तीसरे दिन भी जारी रहा रसोइयों का आंदोलन, तेज बारिश में भी डटे रहे प्रदर्शनकारी, सौंपा ज्ञापन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एपल प्रमुख टिम कुक से आईफोन का निर्माण भारत में न करने को कहा है। क्या इसका असर देश के स्मार्टफोन उद्योग पर पड़ सकता है?

Advertisement Box
Advertisement Box

और भी पढ़ें

📝 संपादक की जानकारी

संपादक: फिरोज खान

पता: बिलासपुर, छत्तीसगढ़ - 495001

संपर्क नंबर: 📞 98271 37773 📞 97131 37773 📞 98279 60889

ईमेल: firojrn591@gmail.com


वेबसाइट में प्रकाशित खबरों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है समाचार की विषयवस्तु संवाददाता के विवेक पर निर्भर यह एक हिंदी न्यूज़ वेबसाइट है, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित देश और दुनिया की खबरें प्रकाशित की जाती हैं। वेबसाइट पर प्रकाशित किसी भी समाचार से संबंधित कानूनी विवाद की स्थिति में केवल बिलासपुर न्यायालय की ही मान्यता होगी।

WhatsApp