
रतनपुर, :; -— शासकीय महामाया महाविद्यालय, रतनपुर में आज जनभागीदारी समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास से जुड़े 13 बिंदुओं पर गहन चर्चा के बाद सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया। यह बैठक न केवल अधोसंरचना विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि भावनात्मक पहलू को भी छू गई।
बैठक की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे. डी. डी. कश्यप ने की और संयोजक एन. पी. त्यागी के मार्गदर्शन में संचालन किया गया। उपस्थित सदस्यों ने महाविद्यालय को शैक्षणिक और भौतिक दृष्टि से सशक्त बनाने का सामूहिक संकल्प लिया।
—
बैठक के प्रमुख निर्णय:
🔸 कॉलेज परिसर में भवनों की रंग-रोगन, मरम्मत और सौंदर्यीकरण
मुख्य भवन, पुस्तकालय, कक्षों, प्रयोगशालाओं और वॉशरूम सहित पूरे परिसर का सौंदर्यीकरण होगा। नवीन फर्नीचर एवं रैक की व्यवस्था
पुस्तकालय और कंप्यूटर कक्षों के लिए नई कुर्सियों, रैक व सुविधाजनक बैठने की व्यवस्था की जाएगि महाविद्यालय परिसर में पक्की सड़क, स्वच्छ टॉयलेट व सांस्कृतिक मंच का निर्माण
छात्र हित में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार को प्राथमिकता दी गई है।
एक पेड़ माँ के नाम” — समिति ने रोपा भावनाओं का बीज
बैठक के उपरांत, जनभागीदारी समिति के सदस्यों ने महाविद्यालय परिसर में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत एक पौधा रोपित किया। यह पहल न केवल पर्यावरण सुरक्षा की ओर एक कदम है, बल्कि मां के प्रति सम्मान और स्नेह की प्रतीक भी बनी।जनभागीदारी अध्यक्ष कन्हैया यादव ने कहा–
“एक पेड़ माँ के नाम रोपकर हमने मातृत्व और प्रकृति दोनों का सम्मान किया है। इस भावनात्मक पहल से छात्र भी जुड़ेंगे और कॉलेज परिसर को हरियाली से भरेंगे।”