
शिक्षा की अलख जगाने जनपद सदस्य का सार्थक प्रयास — बीईओ ने जारी किया प्रधान पाठक की वापसी का आदेश
पाली,:—
शिक्षा की बुनियाद को सुदृढ़ करने के संकल्प के साथ, जनपद सदस्य अफसाना कय्यूम द्वारा की गई पहल से प्राथमिक शाला पोंड़ी में लंबे समय से अधूरी पड़ी शैक्षणिक व्यवस्था को मजबूती मिली है। विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी के चलते 72 विद्यार्थियों की पढ़ाई केवल एक ही शिक्षिका के भरोसे चल रही थी, जिससे शिक्षा स्तर में निरंतर गिरावट देखी जा रही थी।
गत दिवस जनपद सदस्य अफसाना कय्यूम स्वयं स्कूल पहुंचीं और विद्यालय की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। स्कूल में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती मातेश्वरी कश्यप एवं छात्र-छात्राओं से बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि स्कूल में केवल एक ही शिक्षिका कार्यरत है। इस दौरान उन्होंने जाना कि प्रधान पाठक के रूप में पदोन्नत हुईं श्रीमती अंशु माला शर्मा ने 3 अक्टूबर 2024 को स्कूल में पदभार तो ग्रहण किया, परंतु उसी दिन बीईओ के आदेश पर उन्हें कार्यमुक्त कर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, पाली में भेज दिया गया।
बच्चों के भविष्य से जुड़ी इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, जनपद सदस्य ने बीईओ पाली श्री साहू को पत्र लिखकर मांग की कि श्रीमती अंशु माला शर्मा को पुनः प्राथमिक शाला पोंड़ी में भेजा जाए। उनकी इस संवेदनशील मांग को गंभीरता से लेते हुए बीईओ ने दिनांक 28 जुलाई 2025 को प्रधान पाठक की वापसी का आदेश जारी कर दिया।
अफसाना कय्यूम ने कहा कि यह सिर्फ एक स्कूल की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे विकासखंड में कई ऐसे एकल शिक्षकीय स्कूल हैं, जहाँ बच्चों की शिक्षा अधर में है। उन्होंने बीईओ से मांग की कि ऐसी सभी शालाओं में एक-एक शिक्षक अनिवार्य रूप से पदस्थ किए जाएं, ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके।
यह पहल न सिर्फ एक स्कूल की सूरत बदलेगी, बल्कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के समन्वय से शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम मानी जाएगी।