बैठक में उपस्थित होकर बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहभागी बनने पालकों एवं जनप्रतिनिधियों से कलेक्टर की अपील
गौरेला पेंड्रा मरवाही,:—- शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की अगली बैठक आगामी 8 अगस्त को निर्धारित है। बैठक में उपस्थित होकर बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहभागी बनने के लिए कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने सभी पलकों एवं जनप्रतिनिधियों से अपील की है। सभी पलकों और शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्षों व सदस्यओं को जरी अपील में कलेक्टर ने कहा है कि जिले के सभी शालाओं में गुणवत्ता युक्त अध्यापन 16 जून से प्रारंभ हो चुका है। शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी, प्राचार्य एवं शिक्षक इस कार्य में सतत् रूप से लगे हुए है। शासन के निर्देशानुसार शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की वर्ष में 4 बैठक आयोजित की जानी है। जिसमें प्रथम बैठक माह जुलाई में आयोजित हो गई है, जो की आप सभी के सहयोग से अपना उद्देश्य पूरा करने में सफल रही है।
शासन के निर्देशानुसार शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अगली बैठक आगामी 8 अगस्त को आयोजित की जानी है। इसी बैठक में प्रत्येक शाला में संस्था प्रमुखो के द्वारा पालकों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जा रहा है। इस बैठक में पालक शिक्षक समिति की बैठक का आयोजन किया जायेगा, जिसमें मैं स्वंय एवं जिले के सभी अधिकारी पालको के साथ बैठक में उपस्थित होने का प्रयास करेंगे। बैठक में मैं आप सभी को आमंत्रित करती हूं। बैठक में आप सभी उपस्थित हो कर अपने बच्चों के संर्वागीण विकास में सहभागी बने। मेरा और आप सभी का प्रथम प्रयास यही है कि, बच्चो को गुणवत्ता युक्त शिक्षा एवं पौष्टिक मध्यान भोजन मिले तथा जो बच्चे कक्षा प्रथम में प्रवेश करते है, उन्हे कक्षा 12 वी तक ले के जाना हमारी आपकी सभी की जवाबदारी है।
कलेक्टर ने पालकों एवं जनप्रतिनिधियों से कहा है कि आप संस्था में उपस्थित होकर बच्चो का किए जा रहे मुल्याकंन एवं विगत सत्र के परीक्षा परिणाम का भी आप अवलोकन करें, ऐसा आपसे आग्रह है। कुछ छात्र शाला नहीं आते है, जिनके लिए प्रत्येक संस्था में 7 दिन से अधिक एवं 1 माह से अधिक अनुपस्थित बच्चों की सूची रहती है, आपसे अपेक्षा है कि उस सूची का अवलोकन कर एवं समुदाय के माध्यम से पूरे समय तक शाला परिसर में अध्यापन हेतु उपस्थित रहने हेतु बच्चो को प्रेरित करें। आप सभी के एवं शिक्षकों के संयुक्त प्रयास से शाला में सकारात्मक अध्यापन का, माहौल का निर्माण हो आशय है कि, पालक शिक्षक बैठक में अपनी शतप्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित कर शिक्षा की ज्योति को घर-घर पहुंचाएगें।