
सीपत :– वैदिक महाविद्यालय, सीपत में सोमवार को नवप्रवेशी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों के स्वागत के लिए गरिमामय अभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे की वंदना, राष्ट्रगीत, राजगीत और संस्था शपथ के साथ वातावरण को पूर्णत: अनुशासित और प्रेरणादायी बना दिया। संस्था सचिव अशोक श्रीवास ने सभी नवागंतुकों का हार्दिक स्वागत करते हुए महाविद्यालय की आगामी कार्ययोजनाओं और छात्र-केन्द्रित पहलों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह संस्था केवल शिक्षा नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण की प्रयोगशाला है। प्राचार्य डॉ. सी. आर. कैवर्त ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर जीवन में ऊँचाई तक उड़ान भरनी है तो संयम और कठोर परिश्रम ही सफलता की चाबी है उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं को समझाते हुए छात्रों को इसे आत्मसात करने की प्रेरणा दी। मुख्य अतिथि सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने विद्यार्थियों को अपने ओजस्वी और मार्मिक उद्बोधन से मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने कहा कि यह कालखंड चंचल मन का होता है। ऐसे समय में शिक्षा के साथ संस्कारों का मेल यदि किसी संस्था में मिलता है, तो वह सौभाग्य है। वैदिक महाविद्यालय उस सौभाग्य का नाम है। टीआई ने आगे कहा कि आपका सबसे सच्चा मित्र पुस्तक है। उसे साथी बनाइए। लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई कीजिए, लेकिन मशीन मत बनिए। समय का सदुपयोग कीजिए, तभी जीवन में दशा और दिशा तय होगी। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए विशेषकर छात्राओं से कहा कि बेटियाँ भी अब हर क्षेत्र में नई ऊंचाईयों को छू रही हैं, आप भी आत्मविश्वास और मेहनत के साथ उड़ान भरें। साथ ही, युवाओं को नशे से दूर रहने, आत्मसंयम रखने, और जीवन में कठोर अनुशासन अपनाने की सलाह दी।
टीआई सतपथी जी का वक्तव्य हाल में मौजूद हर छात्र-छात्रा के मन में जोश और लक्ष्य के प्रति चेतना का संचार कर गया। विशिष्ट अतिथि विद्युत विभाग, सीपत के एई आरके चौहान ने कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारित कीजिए, तभी आपका भविष्य तय हो पाएगा। लक्ष्यहीन जीवन दिशाहीन नाव जैसा है कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्था चेयरमेन द्वारिकेश पांडेय ने कहा कि हम एक व्यवसाय नहीं चला रहे, बल्कि आपके भविष्य की नींव गढ़ रहे हैं। ये तीन वर्ष आपके जीवन की आधारशिला हैं। इस दौरान अनुशासन, समय प्रबंधन और दृढ़ संकल्प को अपनाइए, हम आपके सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित हैं।
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक हिमांशु गुप्ता ने सुंदर व संयमित शैली में किया, वहीं आकांक्षा भारती ने आभार प्रदर्शन करते हुए सभी अतिथियों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। आयोजन में संस्था के समस्त प्राध्यापकगण व विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा।