बालको प्रबंधन चोटिया की घोर लापरवाही नव निहाल पौधों को भी नहीं बक्शा

पोड़ी उपरोड़ा से नंद कुमार यादव की रिपोर्ट

 

पोडी उपरोडा:—मामला चोटिया खदान का है पूर्व में कोयला उत्खनन के लिए उपयोग में लाए गए खदान में 15 वर्ष पूर्व प्रकाश इंडस्ट्रीज द्वारा पर्यावरण को ध्यान में रखते हेतु पौधे लगाए गए थे जो आज पेड़ में तब्दील हो चुके हैं उन्हें प्रकाश इंडस्ट्रीज ने अच्छे तरीके से सहेज कर रखा था आज उसकी दशा पर आपको रोना आएगा मंदिर के आसपास अवैध रूप से अंधाधुंध कटाई चल रही हैजिसमें बालको प्रबंधन सुध नहीं ले पा रहा है पेड़ों की कटाई होने से पर्यावरण और भी दूषित होते जा राही है अपने जीवन में लोग पेड़ लगाते हैं ताकि आने वाले समय में पर्यावरण को सहेज कर रख सके मगर बालको प्रबंधन द्वारा उसकी देखरेख में रुचि दिखाई नहीं देता है आपको बता दे की पेड़ों की कटाई लगातार होने से नव निहालपौधो की
संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है पौधों से हमें बहुत ऑक्सीजन मिलती है राहगीर आते जाते विश्राम करते हैं अगर पेड़ पौधे ही ना रहे तो हमारे जीवन में अंधकार सब महसूस होने लगेगा और पर्यावरण भी दूषित होगा पौधों से हमें ऑक्सीजन और हरा-भरा देखने से हमें सुकून महसूस होता है ऐसे में पेड़ों को काटना कहां तक लाजमी है इसका तात्पर्य हुआ कि अवैध रूप से कटाई करने वाले पर प्रबधन द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई न हीं उसमें कोई रुचि दिखाई दी देखना यह होगा कि जंगल की कटाई कब तक रूकती है क्या बालको प्रबंधन इसकी सुध लेगी छोटे-छोटे पौधे लगाकर लंबे समय तक पाल कर बड़ा किया गया नव निहाल पौधा आज अपने अस्तित्व को खोने की कगार पर है अब देखना यह है कि बालको प्रबंधन क्या अंकुश लग पाएगा

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129