सेमरा सरपंच की मनमानी , बिना अनुमति नीलगिरी पेड़ की कटाई कर बेचा

रतनपुर से रवि ठाकुर की रिपोर्ट
रतनपुर से रवि ठाकुर की रिपोर्ट

शिकायत पर जप्ती कर तहसीलदार ने कोटा एस डी एम के पास प्रतिवेदन भेजने की तैयारी की

रतनपुर। — प्रकृति की सुगम,शीतल व मनोरम सौंदर्यता की सुरक्षा के लिए शासन स्तर पर हर वर्ष पौधारोपण करने लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है। ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे। बावजूद इसके शासन की योजना के तहत लगाए गए शासकीय पेड़ों को ग्राम सरपंच द्वारा नियमों को ताक पर रखकर बिना अनुमति के अवैध रूप से काट कर बेचा जा रहा है। जिसे लेकर ग्रामीणों में रोष है।
मामला विकासखंड कोटा अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरा के आश्रित ग्राम बिरगहनी का है।जहाँ गांव के सेमरा से बिरगहनी पहुँच मार्ग में रोड किनारे लगाए गए बड़े-बड़े नीलगिरी के पेड़ो को काटकर गिरा गया है।ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम सरपंच अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मनमानी कर रहा हैं। सरपंच द्वारा रोड किनारे लगे लगभग 25 वर्ष से लगे नीलगिरी के पेड़ों को पेंड्रा के लकड़ी ठेकेदार पास 75 हजार रुपये में सौदा हुआ।ठेकेदार के कर्मचारियों ने बुधवार को पेड़ो की कटाई का सिलसिला शुरू किया। मामले की जानकारी पश्चात हल्का नंबर 20 चपोरा सेमरा पटवारी द्वारा पेड़ों की कटाई रोकने सरपंच को फोन किया गया। जिस पर ग्राम सरपंच द्वारा पेड़ कटाई करने लिखित आदेश की झूठी जानकारी देकर गुमराह किया गया।बीते दो दिन में नीलगिरी के दो दर्जन पेड़ो को काटकर पर्यावरण को भारी नुकसान किया गया। ग्रामवासियों ने विरोध के सुर पनपने से बचत पेड़ो को कटाई रोका गया।ग्रामीणों में इसका काफी रोष व्याप्त है।सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।मामले की जानकारी होते ही त्वरित संज्ञान लेते हुए कोटा अनुविभागीय अधिकारी व रतनपुर तहसीलदार के आदेशानुसार मौके में पहुँचकर पटवारी द्वारा कार्रवाई की गई है।

सन् 1998 में किया गया था नीलगिरी पौधे का वृक्षारोपण —- ग्रामीणो के अनुसार वर्ष 1998-99 में राजीव गांधी मिशन योजना के तहत सेमरा-बिरगहनी मुख्य मार्ग के दोनों छोर में 35 नीलगिरी के पौधे का रोपण किया गया। ग्रामीणों द्वारा उचित रखरखाव करने की वजह से बीतते समय के साथ प्रकृति के अनुपम उपहार ने पेड़ का आकार ले लिया।

व्यक्तिगत मुनाफा कमाने बिना रायशुमारी के साथ हुआ सौदा —- ग्राम के सरपंच के द्वारा निजी लाभ लेने के उद्देश्य से प्राकृतिक संसाधन को पहले अपना जरिया बनाया।पंचों के साथ ग्रामीणो की रायशुमारी और प्रस्ताव के बगैर नीलगिरी पेड़ों को बेचने सौदा तय किया गया।तत्पश्चात बेतरतीब तरीके से मनमानी करते हुए पेड़ों की कटाई करवा दिया गया है।
=== बाईट ====
अर्जुन सिंह पैकरा सरपंच ग्राम पंचायत सेमरा — पेड़ों को काटने के लिए अनुमति नही लिया हूँ और ना ही पंचों को इसकी जानकारी दी है।क्योंकि पेड़ को गांव वालों ने लगाया था। इसलिए पेंड्रा के व्यापारी से 75 हजार रुपये में सभी निलगिरी पेड़ को बेचा हूं।इस पैसे से गांव में विकास कार्य कराया जाएगा।

आकाश गुप्ता तहसीलदार रतनपुर — पटवारी द्वारा पंचनामा रिपोर्ट बनाया गया है। 17 पेड़ जब्ती है जिसका प्रतिवेदन एसडीएम सर के पास भेज रहे हैं।वृक्ष कटाई के लिए अनुमति नहीं लिया है तो सरपंच पर कार्यवाही का अधिकार एसडीएम को है।

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