
सूत्रों की मानें तो मॉस्को यात्रा के दौरान अजीत डोभाल सुरक्षा मुद्दों पर उच्च प्रतिनिधियों की 13वीं इंटरनेशनल मीटिंग में भाग ले सकते हैं. यह बैठक 27 से 29 मई तक मॉस्को में होगी, जिसकी अध्यक्षता रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु करेंगे. इस दौरान अजीत डोभाल बाकी दो S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की जल्दी डिलीवरी का मामला उठा सकते हैं.
पाक की कैसे बढ़ेगी टेंशन
एनएसए अजीत डोभाल खुद मास्को जाकर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की जल्दी डिलीवरी का प्रेशर बनाएंगे. एस-400 भारत के लिए कितना अहम है, यह ऑपरेशन सिंदूर से पूरी दुनिया देख चुकी है. पाकिस्तान तो उसके नाम से ही खौफजदा है. भारत के पास अभी 3 एस-400 है. भारत में इसका नाम सुदर्शन चक्र है. बाकी बचे एस-400 आने से पाकिस्तान की और टेंशन बढ़ जाएगी.
दरअसल, एस-400 की क्षमता हाल ही में तब सुर्खियों में आई, जब इस डिफेंस सिस्टम ने 300 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए. भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी अटैक को तबाह करने में इसने बड़ी भूमिका निभाई. इसने पाकिस्तान के एक भी हमले को सफल नहीं होने दिया. पाकिस्तान से जितने भी ड्रोन और मिसाइल आए, सबको एस-400 ने हवा में ही मार गिराया. भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया हैपुतिन ने भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी का उल्लेख किया था और द्विपक्षीय संबंधों में सुरक्षा मुद्दों के महत्व पर जोर दिया था।