
बिजली की कटौती और महंगे बिल से मिला छुटकारा, जताया प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार
नारायणपुर, :–गर्मियों की तपती दोपहरों में जब मीना रानी मंडल अपने घर की छत पर खड़ी होकर सूरज की चमकती किरणों को देखती हैं, तो उनके चेहरे पर भी वही उजास झलकने लगती है। कभी यही सूरज उनके लिए बिजली कटौती और बढ़ते बिलों की चिंता लेकर आता था, लेकिन आज वही सूरज उनके जीवन का भरोसेमंद सहारा बन गया है। यह बदलाव संभव हुआ है “प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना” के ज़रिए। एक ऐसी पहल, जो आमजन के घरों को रोशन करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में शुरू की गई यह योजना अब जनआंदोलन का स्वरूप ले चुकी है, जिसने हज़ारों परिवारों की ज़िंदगी में बदलाव ला दिया है।
कटौती की परेशानी से राहत की रौशनी तक
मीना रानी मंडल, नारायणपुर की एक साधारण गृहिणी हैं, जो पहले हर महीने बढ़ते बिजली बिलों और बार-बार की कटौती से परेशान थीं। खासकर गर्मियों में थोड़ी सी बारिश या हवा चलते ही बिजली गुल हो जाती थी और महंगे इन्वर्टर या जनरेटर उनके लिए संभव नहीं थे। लेकिन इस वर्ष जब उन्हें प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी मिली, तो उन्होंने देर किए बिना छत पर 2 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल लगवाने का निर्णय लिया। सिर्फ 3 से 4 दिनों में यह सिस्टम उनके घर पर स्थापित हो गया। सरकार की ओर से उन्हें ₹60,000 की सब्सिडी प्राप्त हुई, जिससे लागत बेहद कम हो गई। अब मीना रानी के घर रोज़ाना करीब 8 यूनिट (मासिक लगभग 240 यूनिट) सौर बिजली मिल रही है और उनका बिजली बिल पूरी तरह शून्य हो चुका है।
वे मुस्कुराते हुए बताती हैं कि पहले ज़रा-सी भी बारिश में बिजली चली जाती थी, लेकिन अब पूरे मौसम भर निर्बाध बिजली मिलती रही। ऐसा सुकून पहले कभी महसूस नहीं हुआ था। अब उनके घर के पंखे, लाइटें, फ्रिज और टीवी सौर ऊर्जा से निर्बाध रूप से चल रहे हैं और पूरा परिवार ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बन चुका है। मीना रानी अब अपने मोहल्ले और रिश्तेदारों में इस योजना की ‘ब्रांड एम्बेसडर’ बन चुकी हैं। वे लोगों को जागरूक कर रही हैं कि सौर ऊर्जा सिर्फ पर्यावरण के लिए ही नहीं, उनके जेब के लिए भी राहत बन सकती है। उन्होंने कहा कि मैंने खुद इस योजना का लाभ देखा है, अब मैं चाहती हूं कि हर परिवार इसे अपनाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए मीना रानी कहती हैं कि यह योजना सिर्फ आज की राहत नहीं, बल्कि भविष्य की ऊर्जा सुरक्षा और स्वच्छ पर्यावरण की ओर एक मजबूत क़दम है। आज मीना रानी अकेली नहीं हैं। नारायणपुर से लेकर पूरे छत्तीसगढ़ तक हज़ारों परिवार प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से लाभान्वित हो रहे हैं और अपने घरों की छतों से बिजली पैदा कर रहे हैं। यह योजना अब केवल एक सरकारी उपक्रम नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में उजाला लाने वाला सामाजिक परिवर्तन बन चुकी है।