
रतनपुर:—
एक ओर जहां देशभर में शहीदों के नाम पर भवन और स्मारक बनाए जाते हैं, वहीं रतनपुर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में स्थित शहीद श्रीभगत सिंह भवन अब सिर्फ एक जर्जर ढांचा बनकर रह गया है। वर्षों पुराना यह भवन अब न उपयोगी है, न ही सुरक्षित — फिर भी विद्यालय परिसर में जगह घेरे खड़ा है, जबकि बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त मैदान तक मयस्सर नहीं।
इसी को देखते हुए वार्ड क्रमांक 6 के जनप्रतिनिधि बिल मोहन बघेल ने बिलासपुर कलेक्टर को एक संवेदनशील अपील करते हुए कहा है कि उक्त भवन को तत्काल Dismantle कर दिया जाए, ताकि उस स्थान पर बच्चों के लिए खेल मैदान विकसित किया जा सके।
बघेल ने अपने पत्र में लिखा कि यह भवन 60 वर्ष पुराना हो चुका है और अब विद्यालय की किसी गतिविधि में उपयोग नहीं किया जा रहा है। विद्यालय की पढ़ाई अब नए भवन में संचालित हो रही है। ऐसे में यदि पुराना भवन हटा दिया जाए, तो बच्चों को एक खुला व सुरक्षित खेल परिसर मिलेगा, जिससे उनके सर्वांगीण विकास में मदद मिलेगी।
यह केवल एक तकनीकी मांग नहीं, बल्कि सैकड़ों विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़ा मुद्दा है। एक तरफ शहीद के नाम पर बनी इमारत अब अपनी उपयोगिता खो चुकी है, दूसरी ओर नए भारत के भविष्य – यानी बच्चों को खेलने की ज़रूरतें आज भी अधूरी हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस ज़रूरत और संवेदना को कब तक सुन पाता है।