
रतनपुर (जिला बिलासपुर) ;—-ग्राम बारीडीह की मेन रोड… चांदनी रात में सड़क किनारे शांत बैठे लगभग 20 मवेशी।
गांव में सन्नाटा, लोग अपने-अपने घरों में, और सड़क पर सिर्फ झींगुरों की आवाज़।
लेकिन इसी सन्नाटे को चीरती हुई आई एक तेज रफ्तार ट्रेलर – और कुछ ही सेकंड में, शांति की जगह चीखें, तड़प और मौत का मंजर।
वह पल किसी नरसंहार से कम नहीं था – 13 मवेशियों की मौके पर मौत, 4 बुरी तरह घायल… सड़क खून से लाल हो गई।
गांव में मातम छा गया, लोग स्तब्ध थे कि इतनी बेरहमी कोई कैसे कर सकता है।15 जुलाई को ग्राम पंचायत बारीडीह के सरपंच अशोक मरकाम पहुंचे थाना रतनपुर – और मांगी इंसाफ की गुहार।
थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार चौहान ने घटना को हल्के में नहीं लिया।
वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई और उसी क्षण यह ठान लिया गया – चाहे आरोपी कितना भी दूर क्यों न हो, बच नहीं पाएगा।
🚨 दिन-रात की जद्दोजहद
थाना रतनपुर की टेक्नीकल टीम ने हर कैमरा, हर सुराग खंगाल डाला। न दिन का आराम, न रात की नींद – बस एक ही मकसद, उस बेरहम चालक को पकड़ना जिसने मासूम बेजुबानों की जान ली थी।
आखिर सुराग मिला – हादसे का जिम्मेदार ट्रेलर CG 15EE 2220 मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी में छुपा था।पुलिस टीम ने वहां दबिश दी और गुनहगार चालक रविकांत महरा (उम्र 43 वर्ष, निवासी लोहसरा बिजुरी, जिला अनुपपुर, म.प्र.) को गिरफ्तार कर ट्रेलर जब्त कर लिया।
💪 न्याय की जीत—-
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान, प्र.आर. गजेन्द्र सिंह, आर. कीर्ति पैकरा, शशीकांत कौशिक और पंचराम रजक का अहम योगदान रहा।
यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं – यह एक संदेश है कि रतनपुर पुलिस बेजुबानों की चीख भी सुनती है, और इंसाफ के लिए कितनी भी मेहनत करने को तैयार है।
गांव के लोग अब कहते हैं – “हमारे मवेशियों की आत्मा को अब शांति मिलेगी।”