
बिलासपुर:—-छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय, बिलासपुर में सोमवार को “हमारे सपनों का छत्तीसगढ़” विषय पर भाषण प्रतियोगिता का भव्य आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को राज्य की संस्कृति, विरासत और विकास के सपनों को शब्द देने का मंच प्रदान करना था।
इस अवसर पर महाविद्यालय के 14 प्रतिभागियों ने मंच पर आकर छत्तीसगढ़ के स्वर्णिम भविष्य की कल्पना को अपने विचारों से जीवंत कर दिया। किसी ने शिक्षा और तकनीक में संभावनाओं पर बात की, तो किसी ने आदिवासी संस्कृति की रक्षा और समावेशी विकास की आवश्यकता को रेखांकित किया।विशिष्ट अतिथि प्रो. बी. के. त्रिपाठी ने कहा, “छात्रों के विचारों में न केवल गहराई थी, बल्कि उनमें अपने राज्य के प्रति आत्मीयता और जिम्मेदारी भी झलक रही थी।” उन्होंने इस तरह के आयोजनों को युवाओं की सोच को दिशा देने वाला बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. यू. के. श्रीवास्तव ने की। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी ही आने वाले छत्तीसगढ़ का भविष्य है और ऐसे मंच उन्हें आत्मविश्वास और पहचान दोनों प्रदान करते हैं।
संयोजक प्रो. प्रेमलता वर्मा ने बताया कि यह प्रतियोगिता न सिर्फ एक शैक्षणिक आयोजन था, बल्कि छात्रों के भीतर छिपी रचनात्मकता और राज्य के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को सामने लाने का अवसर भी था।
निर्णायक मंडल ने प्रतिभागियों के विचारों की मौलिकता, भाषा शैली और प्रस्तुति को ध्यान में रखते हुए मूल्यांकन किया। विजेताओं को आगामी कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित शिक्षकों और अभिभावकों ने भी छात्रों की प्रस्तुति की सराहना की और कहा कि अगर यही ऊर्जा बनी रही तो “हमारे सपनों का छत्तीसगढ़” सिर्फ कल्पना नहीं, एक साकार हकीकत होगा।