बेलगहना के समीप स्थित देवसागर आश्रम में सेवा समिति स्थानीय भक्तो के द्वारा छठवां वर्ष सावन माह में रुद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे सद्गुरुदेव भगवान की कृपा पात्र श्री श्री 108 श्री स्वामी शिवानंद महाराज का मंगलमय पर्दापण हुआ
आगमन पर श्रध्दालु भक्तों द्वारा हरी कीर्तन के साथ स्वागत सत्कार किया गया अभिषेक के अवसर पर देवभूमि देवासागर के पर्यावरण प्राचीन देव मूर्तियो पुरातात्विक जिसकी दर्शन के लिये दूर दराज से श्रध्दालु भक्त पहुंचते है। साथ माँ नर्मदा आश्रम बरर जो कि श्रद्धालु भक्तो का आस्था का केन्द्र बना हुआ है। आश्रम में पूज्य स्वामीजी के मार्गदर्शन में मीरा कुण्ड का स्थापना किया गया है
जहाँ आस्था वान भक्त डुबकी लगाने पहुंचते है। मन की शान्ति का अनुभव प्राप्त करते है। रुद्राभिषेक के शुभ अवसर पर पूज्य स्वामीजी का अमृत संदेश पार्थिव शिवलिंग की पूजा भगवान रामचंद्र ने वनवास काल में महाप्रतापी रावण से विजय प्राप्त करने के लिये किये थे. एवं अर्जुन ने भी महाभारत संग्राम में दुर्योधन से विजय प्राप्त करने के लिये पार्थिव पूजन किया था शिव भक्ति से ओतप्रोत श्रावण माष का लाभ अवश्य लेना चाहिए बेलपत्र में सुख समृद्धि समाहित है। हर हर महादेव जिसके कंठ से निकलेगा उसकी रक्षा भगवान शिव स्वयं करेंगे इस प्रकार पार्थिव शिवलिंग का महिमा है ।
इस अवसर पर भंडारा का आयोजन तत्पश्चात भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें आचार्य उमेश मिश्रा, अशोक शुक्ला, पंचराम यादव , गजराज सिंह पैकरा, अमृत लाल नायक, मनहरन यादव , चंद्रभान नायक,
आनंद पैकरा , राजेश गुप्ता, कामता यादव , अजय उरांव , शैलेश यादव , हरिओम बाबा , संजीवन यादव, राहुल यादव , अनुराग ठाकुर, छत्रपाल पटेल आदि श्रद्धालु भक्तों की उपस्थिति रही