भीम चौक के व्यापारियों की बहुप्रतीक्षित मांग क्या होगी पूरी ,नए परिषद से है उम्मीद

रवि ठाकुर की रिपोर्ट
रतनपुर ——– नगरपालिका रतनपुर परिषद के द्वारा विगत 15 से 20 वर्ष पूर्व नगर के ह्रदय स्थल भीम चौक में शापिंग काम्प्लेक्स के ऊपर लाज का निर्माण लाखो रुपये की लागत से कराया गया था लेकिन परिषद के द्वारा इस लाज को विधिवत संचालन हेतु किसी भी को नही दिया गया जिसका खामियाजा यह हुआ कि देखरेख के अभाव में यह लाज धीरे धीरे जीर्ण सिर्ण होने लगा ।जिसे देखते हुए नीचे शापिंग काम्प्लेक्स व भीम चौक के व्यापारियों ने लाज के कमरे को किराए पर लेने की इच्छा जताई जिसपर लगातार इनके द्वारा आवेदन के माध्यम से मांग की गई तब भी आज पर्यंत तक इनकी मांग पूरी नही हो सकी जिसपर अब इन व्यापारियों को नए परिषद से अच्छा खासा उम्मीद है वे इनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमारी मांग को पूरा करेंगे।
आपको बता दे कि नगरपालिका रतनपुर परिषद के द्वारा विगत 15 से 20 वर्ष पूर्व भीम चौक में शॉपिंग काम्प्लेक्स के ऊपर लोगो के ठहरने हेतु लाज का निर्माण लाखो रुपये की लागत से कराया गया था । लाज के बनने के उपरांत लोगो को उम्मीद थी कि बहुत जल्द नगरपालिका परिषद के द्वारा लाज संचालन हेतु विधिवत रूप से किसी को भी दे दी जाएगी लेकिन समय बीतता गया लाज के संचालन पर किसी तरह का कोई ध्यान नही दिया गया जिससे कि लाज की हालत देख रेख के अभाव में जीर्ण सिर्ण होने लगा ।जिसे देखते हुए भीम चोक के व्यापारियों ने नगरपालिका परिषद से किराए में लाज के कमरे को आवेदन देकर मांगा जिसपर नगरपालिका प्रसासन ने कोई ध्यान नही दिया ।दर्जनों आवेदन लगाकर इन व्यापारियों के द्वारा मांग की गई लेकिन आज पर्यंत तक इनकी मांगों पर कोई विचार नही किया गया।जिस वजह से लाज की हालत जीर्ण सिर्ण होने के कगार पर है ।अब इन व्यापारियों के द्वारा नव गठित नपा परिषद से उम्मीद लगाए है ।
संयुक्त संचालक से भी निवेदन——
भीम चौक व्यापारियों के द्वारा नगरीय प्रसासन के संयुक्त संचालक से भी आवेदन कर उक्त कमरे को किराए में मांग की गई थी लेकिन समय बीतता गया यहाँ भी उन्हें निरासा ही हाथ लगी थी।
राजस्व की हानि —— नगरीय प्रसासन के द्वारा लाज का निर्माण उपरांत विधिवत रूप से लाज के संचालन हेतु किसी को दे दिया गया होता तो लाखों रुपये की राजस्व की प्राप्ति होती अगर लाज को न देकर कमरे को भी इन व्यापारियों को किराए में दिया गया होता तो उसमें भी परिषद को राजस्व की प्राप्ति होती ।इनके द्वारा ध्यान नही देने से लाखों रुपये की राजस्व की हानि हुई है।
नए परिषद से उम्मीद ——- व्यापारियों शंकर मेडिकल के संचालक का कहना है कि तीन पंचवर्षीय कार्यकाल में लगातार आवेदन के माध्यम से लाज के कमरे को मांगा गया लेकिन लगभग 15 वर्ष में किसी ने भी ध्यान नही दिया ।
अब चुकी नए परिषद का गठन हो चुका है तो हम उनसे भी निवेदन करेंगे कि वे हमारी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमारी मांग को पूरा करे ।