
रतनपुर, ;—-
धरती धन्य होती है जब उस पर कोई अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देता है — रतनपुर की पुण्य भूमि ने भी ऐसा ही एक वीर सपूत जन्माया था, शहीद नूतन सोनी, जिनकी अमर गाथा आज भी नगरवासियों के हृदय में जीवंत है।
आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत, नगरपालिका परिषद रतनपुर द्वारा उनके बलिदान को नमन करते हुए आज एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। नगर के हृदयस्थल पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया।
कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष लवकुश कश्यप सहित पार्षद शांति अग्रवाल, मनोज पाटले, रामफल श्रीवास, अर्चना संतोष सोनी, इंदु परमानंद यादव, कुलदीप दुबे समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा —
“शहीद नूतन सोनी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि बलिदान, साहस और राष्ट्रप्रेम की जीवित मिसाल हैं।”
माल्यार्पण के दौरान माहौल अत्यंत भावुक हो गया। कई बुज़ुर्गों की आंखों से अश्रुधाराएं बहने लगीं, तो युवाओं की मुट्ठियाँ देश के नाम उठ गईं। श्रद्धा और सम्मान से लबरेज़ हर चेहरा जैसे एक ही संदेश दे रहा था —
“शहीद कभी मरते नहीं, वे देश की आत्मा में बस जाते हैं।”
नगरपालिका अध्यक्ष लवकुश कश्यप ने अपने उद्बोधन में कहा:
“जब-जब राष्ट्र पर संकट आया है, तब-तब रतनपुर जैसे गांवों-नगरों के बेटे सीना तानकर खड़े हुए हैं। नूतन सोनी उन्हीं वीरों में से एक थे, जिनका नाम सदा अमर रहेगा।”
यह आयोजन महज एक परंपरा नहीं था, बल्कि भावनाओं का ऐसा सागर था जिसमें हर दिल डूबा हुआ महसूस कर रहा था।
आज रतनपुर ने नूतन सोनी को नहीं, अपने अंश को, अपने बेटे को श्रद्धांजलि दी।